भारतीय शक्ति चेतन पार्टी की विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी
धमतरी : - प्रदेश में होने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। तो,वही भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संध्या शुक्ला ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यालय पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम ब्यौहारी जिला शहडोल से दूसरी लिस्ट में प्रदेश की 16 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की ऐलान कर दी है।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष संध्या शुक्ला ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ में पूरे 90 विधानसभा सीटों में पार्टी दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी।
वही दूसरी सूची में मनेंद्रगढ़ से महेश प्रसाद,बैकुंठपुर से मेजर प्रसाद यादव, लोरमी से सुरेंद्र यादव,मुंगेली से संजय गंधर्व, बसना से सदानंद साहू, महासमुंद से रंजीत चंद्राकर,अभनपुर से कमलेश साहू राजिम विधानसभा से संतोष कुमार साहू, सिहावा विधानसभा से डोमार सिंह नेताम,धमतरी से निरंजन पटेल, पाटन से संजय कुमार साहू, साजा से लक्ष्मी नारायण साहू, डोंगरगांव से हृदय बबलू साहू,अंतागढ़ से नरहरदेव गावड़े,भानूप्रतापपुर से लतीफ पिड्डा को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
अब इन सब के बीच छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लगभग 1 साल बचे हैं ऐसे में भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने दूसरी लिस्ट जारी करके भाजपा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है क्योंकि भारतीय शक्ति चेतना पार्टी का इन विधानसभाओं में भारी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी से जुड़े हुए हैं और साथ ही साथ लगातार नशामुक्ति महा अभियान को साथ लेकर लोगों के बीच जन जागरण करते हुए पहुंच रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने अलग-अलग जगह अपने प्रत्याशी उतारे थे लेकिन इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने व्यापक रूप से तैयारियां करना शुरू कर दी है।
प्रत्याशियों की घोषणा करते समय राष्ट्रीय अध्यक्ष संध्या शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस बार पार्टी को लेकर अलग माहौल है। छत्तीसगढ़ की जनता नशा मुक्त समाज बनाने के लिए जागरूक हो चुकी है जिसके तहत तीसरे विकल्प के रूप में भारतीय शक्ति चेतना पार्टी छत्तीसगढ़ में तेजी से उभर कर लोगों के बीच विश्वसनीय हो रही है।
हमारे कार्यकर्ता पूरे प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में रोजाना नशा मुक्त समाज बनाने के लिए जन जागरण अभियान को गति दे रहे हैं साथ ही साथ सरकार की गलत नीतियों को ज्ञापन के माध्यम से सरकार के उच्च पदों पर आसीन मंत्री विधायकों तक प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं ।
