भूपेश सरकार के चार लबारी, नरवा गरवा घुरवा बारी: विकास मरकाम
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने भूपेश बघेल सरकार के फ्लैगशिप योजना को बुरी तरह फ्लॉप बताया है। उन्होंने कहा सिहावा विधानसभा समेत पूरे प्रदेश भर में यह योजना बुरी तरह भ्रष्टाचार का शिकार हो गई है। इसके अलावा इस फ्लैगशिप योजना के लिए निर्धारित बजट में भी लगातार कटौती की गई है। चुनावी साल में भी इसके लिए कुछ खास बजट निर्धारित न कर सरकार ने स्वयं इस योजना को विफल मान लिया है। सिहावा विधानसभा में इस फ्लैगशिप योजना का और भी बुरा हाल है।
विकास मरकाम ने भूपेश सरकार से पूछा कि आज एक भी गाय गौठान में है क्या? प्रदेश की एक भी नया नहर या नरवा बनाया गया है क्या? कितने किसानों के घुरूवा में बायोखाद बन रहा है? और कितने ग्रामीणों को सरकार ने बाड़ी दिया है?
विकास मरकाम ने कहा भूपेश सरकार की विदाई तय है और यह योजना भूपेश काल के सबसे बड़े झूठ के रूप जाना जाएगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सतत विकास का दावा करके साढ़े 4 साल पूर्व भूपेश सरकार ने "नरवा, गरवा, घुरवा, बारी छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी" के नारे से फ्लैगशिप योजना प्रारंभ की गई थी। साढ़े 4 साल में इस योजना के नाम पर जो भ्रष्टाचार हुआ जो लूट मचा उसे देखकर लोग कह रहे है "नरवा, गरवा, घुरवा, बारी, भ्रष्टाचार के चार चिन्हारी"।
केवल चेहरा चमकाने की विफल कोशिश:
विकास मरकाम ने कहा प्रदेश और सिहावा क्षेत्र में गौठनों का बुरा हाल किसी से छुपा नहीं है। कई गांव में आज तक गौठान बना ही नहीं है। गरवा योजना गोवंश की देखरेख और पालन-पोषण के लिए बना था लेकिन शहर से लेकर गांव-गांव तक गोवंश खुलेआम सड़क पर घूम रहे हैं। फसलों को चरकर बर्बाद कर रहे हैं। वही घुरवा और बारी किसानों पर ही भारी पड़ रही है। गोबर खाद के नाम पर जो बायोखाद बनाया जा रहा है उसकी क्वालिटी भी बेहद ही खराब है और उसे किसानों को ही जबरदस्ती बांटा जा रहा है। कई किसान गोबर खाद में कंकड़ मिट्टी होने का भी आरोप लगा चुके हैं। विकास मरकाम ने कहा सरकार ने इन योजनाओं के आड़ में भूपेश बघेल ने केवल चेहरा चमकाने की कोशिश की वह भी विफल रहा। प्रदेश की जनता अक्रोशित है और कांग्रेस सरकार उखाड़ फेंकने के चुनाव का इंतजार कर रही है।
