धनेश्वर बंटी सिन्हा
इस अवसर पर राष्ट्रीय वित्तीय शिक्षा केंद्र के मास्टर ट्रेनर विकास गुप्ता ने 39 स्कूल शिक्षकों को सरल भाषा और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से आय-व्यय प्रबंधन, बजट बनाना, बचत एवं निवेश, बैंकिंग की जानकारी, डिजिटल भुगतान, बीमा, म्यूचुअल फंड, एसआईपी, चक्रवृद्धि व्याज की शक्ति, फाइनेंसियल गोल प्लानिंग, सेवानिवृत्ति एवं पेंशन योजना, साइबर सुरक्षा जागरूकता और धोखाधड़ी से बचाव जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। विद्यालय के प्राचार्य श्री सुरेंद्र कुमार ध्रुव ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि, इस प्रकार के आयोजन स्कूल शिक्षको एवं विद्यार्थियों को व्यावहारिक जीवन के लिए तैयार करते हैं और उन्हें सही आर्थिक निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करते हैं। वहीं समन्वयक राजेश प्रसाद ने कहा कि, वित्तीय शिक्षा न केवल व्यक्तिगत जीवन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह नई पीढ़ी को भी सही वित्तीय दिशा देने में सहायक होगी। यह कार्यक्रम शिक्षकों के लिये विशेष रूप से लाभकारी रहा जिसकी सभी ने प्रसंशा की ओर कहा की भविष्य में ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए जिससे वितीय प्रबंधन ओर साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढे ओर वित्तीय रूप से जागरूक और सशक्त भारत बन सके है।

