केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा खेती ऋण के लिए हर साल दस्तावेजों की मांग से किसान परेशान- रामायण सिन्हा
धमतरी:- किसान संघर्ष संघ दक्षिण मगरलोड तहसील मगरलोड जिला धमतरी छत्तीसगढ़ वनांचल सिंगपुर क्षेत्र के अध्यक्ष रामायण सिन्हा ने विज्ञप्ति जारी कर शासन प्रशासन से मांग की है की किसानों की पूंजी पर खड़े केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा हर साल किसानों को खेती ऋण देने उन दस्तावेजों की मांग की जाती है जिसे की किसान पूर्व में ही उपलब्ध करा चुके होते हैं और जो बैंक की अभिलेख में भी उपलब्ध रहता है।इस वर्ष भी ऋण देने की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही पुनः इन दस्तावेजों की मांग किए जाने से केंद्रीय सहकारी बैंक रायपुर के अधीन आने वाले समितियों के माध्यम से ऋण लेने वाले किसान परेशान वा हलाकान हैं। सिन्हा जी ने बताया की समितियों द्वारा किसानों को कृषि कार्य हेतु हर वर्ष अल्पकालीन ऋण उपलब्ध कराया जाता है बीते वर्ष भी किसानों ने अल्पकालीन ऋण लिए हैं। पूर्व में ऋण ले चुके सदस्य किसानों द्वारा अपना फोटो,बैंक के पासबुक,आधार कार्ड,परिचय पत्र, व पेन कार्ड की प्रति ,ऋण पुस्तिका फोटो कापी के साथ उपलब्ध कराया जा चुका है जिसके आधार पर ऋण स्वीकृत कर संबंधित किसानों को ऋण दिया जा चुका है। इस प्रकार से ये सभी दस्तावेज बैंक व समिति के अभिलेख में उपलब्ध है, बार बार इन दस्तावेजों को आवेदन के साथ जमा करने के आदेश की वजह से किसान परेशान व हलाकान हैं इस प्रकार से इन दस्तावेजों की मांग औचित्यहीन वा परेशान करने वाली है इन पर तत्काल रोक लगाई जाए।
