ब्रेकिंग:-मगरलोड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रसाउंड सुविधा और ब्लड बैंक नहीं, धमतरी रैफर हो रहीं प्रसूताएं
धनेश्वर बंटी सिन्हा
धमतरी:- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मगरलोड में प्रतिमाह लगभग 50 से 60 डिलीवरी होती हैं।
जिनमें कुछ गर्भवती महिलाओं को ब्लड और अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड मशीन व ब्लड की कमी मरीजों की जेब पर भारी पड़ रही है।
दरअसल यहां इन सुविधाओं के अभाव के कारण डॉक्टरों को प्रसूताओं को धमतरी रैफर करना पड़ रहा है। इसके अलावा खून की कमी वाले मरीज व एक्सीडेंट में घायल होने पर मरीज को जिला अस्पताल धमतरी रैफर करना पड़ रहा है।
यहां बताना जरूरी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिमाह लगभग 50 से 60 तक प्रसव होते हैं। जिनमें से कुछ महिलाओं में खून की कमी होती है तथा गंभीर स्थिति होने पर अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है। ऐसी स्थिति में जरूरतमंद गर्भवती महिला को खून चढ़ाने के लिए अस्पताल में ब्लड उपलब्ध नहीं होता।
ऐसे में मजबूरी में डॉक्टरों द्वारा ऐसी महिलाओं को धमतरी के लिए रैफर करना पड़ता है। परिजन प्रसूता को कई जिला अस्पताल पहुंचाने में देर हो जाती है। जिससे जच्चा व बच्चा दोनो को खतरा रहता है। इसी प्रकार ब्लड बैंक की कमी के चलते एक्सीडेंट के 90% केस धमतरी या रायपुर रैफर करना पड़ रहे हैं।
दिलीप सोनी:इस संबंध में ब्लड डोनर एवं यूथ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप सोनी ने बताया की मगरलोड ब्लाक में ब्लड डोनरो की कमी नही है।लेकिन डोनर धमतरी आने जाने को कतराते है।अगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे ब्लड बैंक की सुविधा हो तो प्रतिमाह 20 से 30 यूनिट ब्लड डोनेशन हो सकता है।
तथा डोनर भी यहां आकर रक्तदान कर सकते हैं।

